स्वास्थ्य विभाग के आदेशों की उड़ाई जाती हैं धज्जियां

जालंधर (रत्ता): स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी खाद्य पदार्थ बेचने वालों को यूं तो समय-समय पर कई आदेश देते रहते हैं लेकिन हकीकत में उन आदेशों का पालन होता है या नहीं, यह देखने के लिए शायद उनके पास समय ही नहीं होता। इस बात का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि विभाग के आदेशों की खाद्य पदार्थ बेचने वाले कुछ लोग सरेआम धज्जियां उड़ाते रहते हैं लेकिन फिर भी कोई उन पर कार्रवाई नहीं करता।

उल्लेखनीय है कि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों द्वारा काफी समय पहले बेकरी वालों को आदेश जारी किए गए थे कि वे खाद्य पदार्थों पर वैज या नॉन-वैज के स्टिकर अथवा ऐसा कोई चिन्ह अवश्य बनाएं जिससे ग्राहक को पता चल जाए कि किस आइटम में अंडे का इस्तेमाल किया गया है और कौन-सी आइटम बिना अंडे के बनी हुई है।

हैरानी की बात यह है कि शहर में आज भी कई बेकरियां ऐसी हैं जिनके शोकेस में पड़े केक, पेस्ट्रियों एवं अन्य खाद्य पदार्थों पर वैज या नॉन-वैज की कोई निशानी नहीं होती लेकिन फिर भी अधिकारी ऐसे दुकानदारों पर कोई कार्रवाई नहीं करते।

यहीं बस नहीं विभाग के अधिकारियों ने टिक्की, चाट एवं फास्ट फूड बेचने वालों को भी निर्देश दिए थे कि वे डिस्पोजेबल प्लेटें एवं चम्मच इस्तेमाल किया करें लेकिन ऐसा अधिकांश लोगों ने नहीं किया। शहर में आज भी अधिकांश रेहडिय़ों एवं फास्टफूड की दुकानों पर स्टील की प्लेटें एवं चम्मच इस्तेमाल हो रहे हैं और इनको धोने के लिए गंदा पानी ही इस्तेमाल किया जाता है। क्या विभाग ऐसे दुकानदारों के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई करेगा।

Related posts